Wednesday 25 October 2017

Wednesday 27 September 2017

गौहत्या के आरोप में मारे गए पीडितों के लिए मुआवजा दें : उच्चतम न्यायालय

उच्चतम न्यायालय ने सभी राज्य सरकारों को गौरक्षकों के आतंक से निपटने का आदेश देते हुए कहां है कि, सभी राज्य सरकारें १३ अक्टूबर तक प्रत्येक जिले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की तैनाती करे जो गौ हत्या के नाम पर होने वाली हिंसा की रोकथाम के लिए काम करे और उससे जुड़े सभी मामलों की देखरेख करे । न्यायालय ने राज्य सरकारों से गौहत्या के आरोप में मारे गए या मॉब लिंचिंग के शिकार हुए पीड़ितों के लिए मुआवजे की भी व्यवस्था करने को कहा है ।
परंतु अन्य भी कुछ सूत्रोंपर गौर करने की आवश्यकता है :
१. गोरक्षकोंद्वारा होनेवाली हिंसा पर उच्चतम न्यायालय जिस तरह निर्णय ले रही है उसी तरह माननीय न्यायालय ने गोरक्षकों पर होनेवाले आक्रमण रोकने हेतु पुलिस एवं राज्य सरकार को आदेश देने चाहिए एेसी हिन्दुआें की अपेक्षा है ।
२. गोरक्षक भी कर्इ बार अपनी जान जोखिम मे डालकर गोरक्षण का कार्य करते है । बहुत से जगह जहां कानून ने गोवंश की रक्षा करना आवश्यक रहते हुए भी पुलिस वह नही करती वहां गोरक्षक जान पर खेलकर गोरक्षण करते है । उन्हे पुलिस भी सहायता नही करती । गाेरक्षक भी इस देश के नागरीक नहीं है ? क्या उच्चतम न्यायालय गोरक्षकों पर होनेवाले आक्रमणों को रोकने हेतु पुलिस को आदेश देगी ?
३. जिस पध्दती से गौहत्या के आरोप में मारे गए या मॉब लिंचिंग के शिकार हुए पीड़ितों को मुआवजा देने की बात न्यायालय ने कही है उसी तरह आज तक गोरक्षकों की भी हत्याए हुर्इ है तथा गोतस्कर अब सैनिकों पर भी आक्रमण कर उनकी हत्या करते है । इन पिडितों को भी मुआवजा देने का आदेश भी माननीय न्यायालय ने देना चाहिए एेसी हिन्दुआें की अपेक्षा है ।

कराड (महाराष्ट्र) : हत्या करने हेतु ले जानेवाले २२ गोवंशियों की ‘हिन्दू एकता आंदोलन’ के कार्यकर्ताओं की मुक्तता !

कराड (जिला सातारा) : यहां के ‘हिन्दू एकता आंदोलन’ के कार्यकर्ताओं ने हत्या हेतु ले जानेवाले २२ गोवंशियों की धर्मांधों के चंगुल से मुक्तता की ! यहां के पुणे-बंगलुरू महामार्ग पर २१ सितंबर को प्रातः यह घटना घटी। पुलिस ने गोवंश तथा वाहन अधिकार में लिया। धर्मांध वाहन चालक जावेद मिठेसाहेब पटेल पर प्राणी सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत परिवाद प्रविष्ट किया गया।
१. हिन्दू एकता आंदोलन के श्री. सूरज पाटिल तथा श्री. आकाश कणसे कोल्हापुर जा रहे थे। उस समय नांदलापुर के निकट एक वाहन में गोवंश है, यह बात उनके ध्यान में आयी। उन्होंने वाहन रोक दिया। उस समय उस में गौओं के १३ बछडे तथा भैस के ९ बछडे पाए गए। उनमें से एक बछडे की मृत्यु हुई थी !
२. उन्होंने धर्मांध चालक जावेद मिठेसाहेब पटेल से पूछने के पश्चात उसने गोवंशियों को पशुवधगृह में ले जाया जा रहा है यह बात बताई। अतः वे दोनों वाहन के साथ धर्मांध चालक को पुलिस थाने में लेकर आएं। हिन्दू एकता आंदोलन के मार्गदर्शक श्री. अजय पावसकर त्वरित पुलिस थाने में आए