भीडद्वारा हत्या पर शशि थरूर का बेतुका वक्तव्य
नई दिल्ली : अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए पहचाने जाने जाने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने इस बार मॉब लिंचिंग को लेकर अपने एक लेख में उन्होंने लिखा है, कि इस देश में कई जगहों पर तो मुसलमान होने से बेहतर गाय होना है। अभी कुछ दिन पहले उन्होंने भारत को हिंदू पाकिस्तान बनने की बात कही थी।
अंग्रेजी समाचारपत्र में लिखे एक लेख में थरूर ने यह टिप्पणी की है। उन्होंने लिखा है कि, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा शासन में मॉब लिंचिंग बढने की घटनाओं से इनकार किया है। और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी कहते हैं कि देश में पिछले ४ वर्षों में कोई बड़ा सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ है। दोनों ही नेता गलत हैं।
उन्होंने लिखा है कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, हिंदुत्व का झंडा लेकर चलने वाली ताकतों की वजह से देश में कई जगह हिंसाएं हुई हैं। २०१४ के बाद से अब तक अल्पसंख्यक विरोधी हिंसाओं में ३८९ लोग मारे जा चुके हैं और सैकडों घायल हुए हैं।
शशि थरूर ने लिखा है कि, पिछले ८ वर्षों में गोहत्या से संबंधित ७० हिंसक घटनाएं हुई हैं, जिनमें से ९७ फीसदी यानी ७० में से ६८ घटनाएं भाजपा के शासन में हुई हैं। इन घटनाओं में 28 लोग मारे जा चुके हैं और १३६ लोग घायल हुए हैं। इन घटनाओं में ८६ फीसदी शिकार लोग मुस्लिम हैं। थरूर ने लिखा है कि गोभक्तों के निशाने पर केवल मुस्लिम ही नहीं रहे हैं, दलित भी उनका शिकार बने हैं। उन्होंने लिखा है कि गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के रिकॉर्ड बताते हैं कि २०१४ से २०१६ के बीच देशभर में २८८५ सांप्रदायिक दंगे हुए हैं।
स्त्रोत : जी न्यूज
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